ऋषिकेश में पंद्रह दिवसीय टूर मैनेजर प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न, डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल रहे मुख्य अतिथि
ऋषिकेश : उत्तराखंड की आध्यात्मिक नगरी ऋषिकेश में बुधवार को पर्यटन विभाग द्वारा संचालित पंद्रह दिवसीय टूर मैनेजर प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन समारोह हरिद्वार रोड स्थित डाटा कंप्यूटर सेंटर में आयोजित किया गया। इस अवसर पर ऋषिकेश विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए और उन्हें पर्यटन के क्षेत्र में अपनी भूमिका को जिम्मेदारी और उत्साहपूर्वक निभाने का आह्वान किया।डॉ. अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि पर्यटन उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, जो न केवल राज्य के राजस्व का एक प्रमुख स्रोत है बल्कि लाखों लोगों के रोजगार का माध्यम भी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है जहाँ आध्यात्मिक पर्यटन, साहसिक पर्यटन और पारिस्थितिक पर्यटन की असीम संभावनाएँ हैं। ऐसे में हमारे युवाओं के लिए यह आवश्यक है कि वे पर्यटन क्षेत्र की बारीकियों को सीखें और अपने व्यावहारिक कौशल के माध्यम से इस उद्योग को और अधिक समृद्ध बनाएं।

उन्होंने कहा कि टूर मैनेजर केवल एक गाइड नहीं होता, बल्कि वह प्रदेश की संस्कृति, परंपरा और आतिथ्य भावना का प्रतिनिधि होता है। एक प्रशिक्षित और संवेदनशील टूर मैनेजर पर्यटकों को न केवल जानकारी देता है, बल्कि उन्हें उत्तराखंड की आत्मा से जोड़ने का कार्य करता है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि पर्यटकों के साथ मधुर व्यवहार और सकारात्मक संवाद से प्रदेश की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत किया जा सकता है।कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे 42 प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। पंद्रह दिनों तक चले इस प्रशिक्षण में पर्यटन प्रबंधन, आतिथ्य कला, संचार कौशल, आपदा प्रबंधन, सांस्कृतिक संवेदनशीलता, स्थानीय इतिहास एवं पर्यटक मनोविज्ञान जैसे विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा विस्तृत सत्र आयोजित किए गए। प्रशिक्षकों ने प्रतिभागियों को व्यवहारिक और तकनीकी ज्ञान दोनों प्रदान किया ताकि वे भविष्य में पर्यटन क्षेत्र में पेशेवर रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि आज उत्तराखंड में पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएँ हैं। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं को न केवल आत्मनिर्भर बना रहे हैं बल्कि उन्हें राज्य निर्माण में भागीदारी का अवसर भी दे रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित कौशल विकास योजनाओं से जुड़कर युवा अपने भविष्य को सुनहरा बना सकते हैं। उन्होंने पर्यटन विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि विभाग द्वारा युवाओं को प्रशिक्षण देकर पर्यटन उद्योग की गुणवत्ता बढ़ाने का कार्य सराहनीय है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आने वाला हर पर्यटक राज्य की संस्कृति, स्वच्छता और सौहार्दपूर्ण व्यवहार से प्रभावित होकर जाए यही हमारा लक्ष्य होना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में पर्यटन अधिकारी ने सभी अतिथियों का स्वागत और आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पर्यटन क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा और प्रशिक्षित युवा उत्तराखंड के विकास में अपनी सशक्त भूमिका निभाएँगे। इस अवसर पर पर्यटन विभाग के अधिकारीगण, प्रशिक्षण विशेषज्ञ, स्थानीय गणमान्य नागरिक एवं सभी प्रतिभागी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विभागीय अधिकारी द्वारा किया गया।
