सरकार की जनकल्याण योजना बनी जीवनदान, 130 गंभीर बीमारियों का होगा निशुल्क उपचार
हरियाणा : हरियाणा सरकार ने प्रदेश के गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में ऐतिहासिक सुधार करते हुए एक नई मिसाल कायम की है। राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में अब 130 गंभीर बीमारियों का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। इस निर्णय से उन परिवारों को बड़ी राहत मिली है जो अब तक महंगे इलाज का खर्च उठाने में असमर्थ थे।
प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस योजना के तहत कैंसर, हृदय रोग, किडनी फेल्योर, स्ट्रोक, न्यूरो डिजीज, ब्लड डिसऑर्डर और अन्य गंभीर बीमारियों का इलाज बिना किसी शुल्क के किया जा रहा है। सरकार का उद्देश्य है कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग भी गुणवत्तापूर्ण इलाज प्राप्त कर सकें और उन्हें निजी अस्पतालों के भारी खर्च से मुक्ति मिले। अस्पतालों में आधुनिक उपकरणों और मशीनों की स्थापना के साथ-साथ विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति भी की गई है। इससे सरकारी अस्पतालों की सेवाएं पहले की तुलना में अधिक सक्षम और भरोसेमंद बन गई हैं। कई जिला अस्पतालों को अब मेडिकल कॉलेजों से जोड़ा गया है ताकि मरीजों को सुपर स्पेशलिटी इलाज मिल सके।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि यह पहल मुख्यमंत्री की “स्वस्थ हरियाणा, समृद्ध हरियाणा” की सोच का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि कोई भी व्यक्ति केवल पैसों की कमी के कारण इलाज से वंचित न रह जाए। इस योजना से अब तक हजारों मरीज लाभान्वित हो चुके हैं और आने वाले महीनों में यह संख्या लाखों तक पहुंचने की उम्मीद है।
ग्रामीण इलाकों में भी स्वास्थ्य सेवाओं को मज़बूत करने के लिए सरकार ने विशेष कदम उठाए हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) में सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं ताकि लोगों को बड़े शहरों की ओर जाने की जरूरत न पड़े। टेलीमेडिसिन सेवाओं को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे विशेषज्ञ डॉक्टर दूरस्थ इलाकों के मरीजों को ऑनलाइन परामर्श दे सकें।
लोगों का कहना है कि पहले उन्हें मामूली बीमारियों से लेकर बड़ी सर्जरी तक के लिए निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता था, जिससे हजारों रुपये खर्च होते थे। लेकिन अब सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज से उन्हें न केवल आर्थिक राहत मिली है बल्कि इलाज की गुणवत्ता पर भी भरोसा बढ़ा है।
यह योजना हरियाणा के गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए जीवनदान साबित हो रही है। सरकार की इस पहल से स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई उम्मीद और विश्वास पैदा हुआ है, जो भविष्य में राज्य के समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
