ऋषिकेश: तीन दशक बाद फिर से जी उठी हरिपुर कलां की ऐतिहासिक रामलीला

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ऋषिकेश: ग्राम सभा हरिपुर कलां स्थित गोल कोठी प्रांगण में ऐतिहासिक रामलीला का विधिवत शुभारंभ बड़े ही हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ किया गया। आयोजकों के अनुसार, यह रामलीला मंचन लगभग 30 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद पुनः शुरू हुआ है, जिसके चलते ग्रामीणों और रामलीला कमेटी के सदस्यों में विशेष उत्साह देखने को मिला।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि भारत माता मंदिर के महंत एवं निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज, विशिष्ट अतिथि समाजसेवी डॉ. राजे नेगी तथा कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।

इस अवसर पर कमेटी के सदस्यों ने उन सभी दिवंगत महापुरुषों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने अतीत में इस रामलीला कमेटी का संचालन किया था। इनमें स्वर्गीय सत्य प्रकाश ग्वाड़ी, आचार्य बुद्धिबल्लभ, चंडी प्रसाद डबराल और महानंद ज़ख्मोला जैसे श्रद्धेय व्यक्तित्व शामिल थे।

मुख्य अतिथि स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि रामलीला का आयोजन सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने सभी को भगवान राम के आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए सत्य, धर्म, न्याय और कर्तव्यपालन जैसे मूल्यों को जीवन में आत्मसात करने का संदेश दिया।

प्रथम रात्रि के मंचन में “नारद मोह” प्रसंग का सुंदर अभिनय प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के संचालन का दायित्व रामलीला कमेटी के सदस्यों ने संयुक्त रूप से निभाया।

इस अवसर पर संरक्षक मंडल के सदस्य चंद्र मोहन ग्वाड़ी, सर्वेश गौड़, उमाकांत ध्यानी, मनोज शर्मा (जे.एम.डी.), सुशील ठाकुर सहित कमेटी के अन्य सदस्यगण उपस्थित रहे।

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