सीबीएसई 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा 17 फरवरी से शुरू, इस बार कड़े नियमों और पारदर्शिता पर जोर
 
                नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने आखिरकार उन लाखों छात्रों की प्रतीक्षा समाप्त कर दी है जो 2026 की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। बोर्ड ने घोषणा की है कि सीबीएसई की 10 वीं और 12 वीं की परीक्षाएं 17 फरवरी 2026 से शुरू होंगी और अप्रैल के पहले सप्ताह तक चलेंगी। बोर्ड की ओर से यह भी बताया गया है कि परीक्षाएं एक ही चरण में आयोजित होंगी, जैसा कि पिछले वर्षों में किया गया था।बोर्ड के मुताबिक, परीक्षा की डेट शीट दिसंबर के अंतिम सप्ताह या जनवरी के पहले सप्ताह में जारी की जाएगी। इस संबंध में स्कूलों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे प्रैक्टिकल परीक्षाएं जनवरी तक पूरी करें, ताकि छात्रों को मुख्य परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल सके।
इस बार सीबीएसई की परीक्षाओं में करीब 35 लाख से अधिक छात्र हिस्सा लेंगे, जिनमें लगभग 20 लाख छात्र कक्षा 10वीं और करीब 15 लाख छात्र 12वीं के होंगे। परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है, ताकि छात्रों को भीड़भाड़ से राहत मिल सके और परीक्षा प्रक्रिया को सुचारु रूप से संचालित किया जा सके।सीबीएसई अधिकारी ने बताया कि इस बार बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए सख्त इंतजाम किए जा रहे हैं। हर परीक्षा केंद्र पर CCTV कैमरों की निगरानी रहेगी, साथ ही सुपरवाइजिंग टीमों का गठन किया गया है जो किसी भी अनियमितता की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करेंगी।
इसके अलावा, बोर्ड ने मूल्यांकन प्रणाली में भी सुधार किया है। कॉपियों की जांच अब डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम के तहत होगी, ताकि परिणाम जारी करने में पारदर्शिता बनी रहे। बोर्ड का लक्ष्य है कि परिणाम मई के पहले सप्ताह तक जारी कर दिए जाएं, ताकि छात्रों को आगे की पढ़ाई या प्रतियोगी परीक्षाओं में किसी प्रकार की दिक्कत न हो।
स्कूल प्राचार्य और शिक्षक भी अब छात्रों को अंतिम रिवीजन पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दे रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि अब समय है कि छात्र सैंपल पेपर और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें, जिससे परीक्षा पैटर्न की बेहतर समझ विकसित हो सके। छात्रों में परीक्षा की तारीख तय होने के बाद एक ओर उत्साह है तो दूसरी ओर तैयारी को लेकर हल्का तनाव भी। कई छात्रों का कहना है कि अब वे अपने टाइम-टेबल को और सख्ती से फॉलो कर रहे हैं ताकि किसी विषय में कमी न रह जाए।
सीबीएसई ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस बार की परीक्षा में कोई बड़ी बदलाव की संभावना नहीं है, लेकिन समय सारणी और प्रश्नपत्र पैटर्न में हल्का बदलाव संभव है, जिसकी जानकारी डेटशीट के साथ दी जाएगी।
शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि फरवरी से परीक्षा आयोजित करना छात्रों के लिए बेहतर है, क्योंकि मौसम अनुकूल रहता है और पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में आसानी होती है।
 

 
                                         
                                        