ऋषिकेश में 84 कुटिया आठ महीने तक पर्यटकों के लिए बंद, जीर्णोद्धार कार्य के चलते रोक लगाई गई

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ऋषिकेश : विश्वप्रसिद्ध पर्यटन स्थल 84 कुटिया, जिसे ‘बीटल्स आश्रम’ के नाम से भी जाना जाता है, अब आगामी आठ महीनों तक पर्यटकों के लिए बंद रहेगा। वन विभाग ने यहां जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण कार्यों के चलते पर्यटक प्रवेश पर अस्थायी रोक लगाने का निर्णय लिया है। यह कदम आश्रम की ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित करने और पर्यटक सुविधाओं को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।

राजाजी टाइगर रिजर्व के गेट से सटे इस ऐतिहासिक स्थल में हर साल हजारों की संख्या में देश-विदेश से सैलानी पहुंचते हैं। बीटल्स बैंड के सदस्यों ने वर्ष 1968 में यहां प्रवास किया था, जिसके बाद यह स्थान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हुआ। वर्षों से उपेक्षित पड़े भवनों, दीवारों और कला चित्रों को संजोने के लिए अब व्यापक जीर्णोद्धार कार्य आरंभ किया गया है।वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस दौरान 84 कुटिया के पुराने भवनों की मरम्मत, पेंटिंग की पुनर्स्थापना, ट्रेल मार्गों का विकास, पेयजल व शौचालय जैसी सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। साथ ही, परिसर में पर्यटकों की सुरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए भी नए प्रावधान जोड़े जाएंगे।

राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक ने बताया कि जीर्णोद्धार कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा और इसे अगले आठ महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद 84 कुटिया को एक नए रूप में पर्यटकों के लिए खोला जाएगा, जिससे यह आध्यात्मिक पर्यटन का केंद्र और अधिक आकर्षक बन सके।

स्थानीय गाइडों और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों ने इस निर्णय का स्वागत किया है, हालांकि उनका कहना है कि लंबे समय तक बंद रहने से स्थानीय पर्यटन पर अस्थायी असर पड़ सकता है। वहीं, पर्यटक इसे संरक्षण की दिशा में सराहनीय कदम मान रहे हैं।

राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि जीर्णोद्धार कार्य के दौरान वे क्षेत्र में अनधिकृत रूप से प्रवेश न करें और निर्धारित समयसीमा तक धैर्य रखें।

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